COPD

बीड़ी, सिगरेट से होने वाले दमे को COPD कहाँ जाता है |
दुनिया भर में मौत के कारणों में इसका नंबर चौथा है |
यह ऐसे लोगों को होता है जो बीड़ी, सिगरेट पीते है अथवा चूल्हा या सिगड़ी से खाना बनाते है |



यह बीमारी ठंड के मौसम में बड़ती है फेफोड़ों में प्रतिवर्ष कमजोरी आती जाती है एवं एक स्थिति ऐसी आती है की मरीज बिना आक्सीजन के जीवित नहीं रह पाता हैं |

धूम्रपान करने वालो में से 15 प्रतिशत लोग COPD के शिकार होते हैं |

लक्षण – लक्षण काफी कुछ दमें से मिलते जुलते होते है इसलिए मरीज COPD को दमा समझने की भूल करता है |
सांस, खाँसी, दम एवं अत्यधिक बलगम, थकान, वजन कम होना, आदि इसके प्रमुख लक्षण हैं |

टेस्ट – स्पायरोमेटरी एवं एक्सरे द्वारा ही COPD को अस्थमा से अलग कर पहचान सकते है |

इलाज – दमा निरंतर बड़ने वाली बीमारी है इलाज के रूप में इन्हेलर, गोलियों, नेबोलाइजर दिये जाते है |
बीमारी के अधिक बड़ जाने पर घर पर ही आक्सीजन की व्यवस्था करना पड़ती है तथा
किसी किसी को सांस की मशीन अर्थात (Bipap ) बायपेप लगाना पड़ता हैं |

गंभीर अटैक आने पर या निमोनिया होने पर वेंटिलेटर की आवश्यकता पड़ती है |
इस प्रकार से COPD दमें से भी गंभीर बीमारी हैं |