स्लिप एपनिया

स्लिप एपनिया अर्थात नींद में साँस रुक जाना –
नींद के अंदर साँस कुछ सेकंड से लेकर कुछ मिनटों तक रुक सकती है जिस कारण खर्राटे की जोर से आवाज के साथ नींद खुल जाती है जिस कारण से रात को नींद ठीक से नहीं आती है जिसे व्यक्ति दिनभर उनींदा (नींद में) रहता है |


स्लिप एपनिया अधिकतर मरीजों में पता नहीं चलता ऐसे मरीज प्रायः उनींदे, सुस्त मोती, गर्दन एवं पेट निकले हुए स्थूलकाय मोटे व्यक्ति होते है |

अधिकतम लोगों को ब्लड प्रेशर व डाइबीटिस की बीमारी साथ में रहती है | ऐसे लोगों का ब्लड प्रेशर काफी ऊपर नीचे होता है व शक्कर का लेवल भी काफी कम ज्यादा होता रहता है |

स्लिप एपनिया होने से हार्टटैक, लकवा, रोड एक्सीडेंट की संभावनाएं काफी हद तक बड़ जाती है स्लिप एपनिया की जाँच के लिए स्लिप स्टेडी अर्थात पौली सोमोनोग्राफी की जाँच की जाती है |