एलर्जी टेस्टिंग

एलर्जी जानने के लिए एलर्जी टेस्ट की जाती है हो सकता है आप दूध या लसन से एलर्जिक हो और उसका रोज सेवन कर रहे हों एलर्जी टेस्ट यह बताएगी की आप को भोजन मेन किस चीज से परहेज करने से फायदा होगा |

एलर्जी टेस्ट एक अतिसंवेदनशील जांच हैं जो एलर्जी करने वाले डॉक्टर पर निर्भर करती हैं एलर्जी टेस्ट हमेशा हवा एवं क्षेत्र का ज्ञान रखने वाले अनुभवी एलर्जी रोग चिकित्सक द्वारा ही की जानी चाहिए |

हवा के कण मुख्य रूप से दमा, साइनस एवं नाक की एलर्जी की एलर्जी के लिए जिम्मेदार होते हैं | भोजन करने के बाद कुछ विशेष प्रकार की एलर्जी होती हैं जैसे- ददोड़े, पित्ती, एग्जिमा, खुजली, चिड़चिड़ापन, पेट दुखना आदि होता है | दावाओं की एलर्जी भी होती हैं जो कभी कभी जानलेवा भी हो सकती हैं |

एलर्जी परीक्षण में हम निम्न किस्मों का अनुसरण कर रहे हैं -

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इन्हालंट त्वचा एलर्जन परीक्षण : नाक एलर्जी, दमा, साइनस, नेत्र एलर्जी आदि के लिए

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खाने से होने वाली त्वचा एलर्जन परीक्षण: पित्ती, त्वचा की सूजन, एक्जिमा और एलर्जी अस्थमा के लिए

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दवाइयों से होने वाली त्वचा एलर्जन परीक्षण: उदाहरणार्थ के लिए. दवाओं से हाइपर सेंसिविटी (Hypersensitivity Reactions) प्रतिक्रियाओं जैसे - पेनिसिलीन आदि

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कीटों से होने वाली त्वचा एलर्जी का टेस्ट:हम में से कई मधु मक्खी या मधुमक्खी bumble के काटने के संपर्क में आ जाते हैं और जो की आघात का कारण बन सकता

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रक्त द्वारा एलर्जी टेस्ट:यह टेस्ट ब्लड की थोड़ीसी मात्रा लेकर एलर्जी टेस्टिंग की मशीन पर की जाती है यह दर्द रहित है एवं बच्चों के लिए उपयुक्त पद्धति है |
जिन लोगों को ददोड़े, पित्ती होती है ऐसे मरीजों के लिए अति उत्तम है

ब्लड एलर्जी टेस्ट मुख्य रूप से तीन प्रकार से कि जाती है |

ELISA (CARLA) – यह पुरानी एवं सस्ती पद्धति है यह पूर्णरूप से विश्वसनीय                               पद्धति नहीं हैं |
IMMUNOCAP – यह पद्धति पूरे विश्व में नंबर एक पद्धति है थोड़ीसी महँगी                            जरूर है परंतु पूर्ण रूप से विश्वसनीय हैं (मध्य प्रदेश में एक                            मात्र मशीन इंदौर चेस्ट एण्ड एलर्जी सेंटर पर उपलब्ध हैं)
MICRO ARRAY – यह पद्धति अभी भारत में उपलब्ध नहीं है |

लगभग आठ सौ प्रकार के एलर्जी टेस्ट किए जा सकते हैं जिनमें पेड़, पौधे, घास, खरपतवार, झाड़ियाँ, कसारी, मच्छर, टिड़े, किट-पतंगें, कुत्ते, बिल्ली, गाय, भैंस के बाल, फफूँद, धूल, धूल का कीड़ा एवं खान-पान के वस्तुओं कि जाँच के प्रकार उपलब्ध है |

मध्य प्रदेश में हमारा एक मात्र संस्थान है जहाँ हर प्रकार के एलर्जी टेस्ट कि सुविधा उपलब्ध है एवं नवजात शिशु से लेकर बड़े बुजुर्गो तक यह टेस्ट कि जा सकती है | एग्जीमा, चर्म रोग, ददोड़े-पित्ती, शीत, नाक की एलर्जी, आँखों की एलर्जी, खान-पान की एलर्जी, दमा आदि हर प्रकार की जाँच सुविधा उपलब्ध है |

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खाद्य असहिष्णुता टेस्ट (FIT): यह एक एलर्जी की धीमी प्रतिक्रिया है इस टेस्ट को सीरम (रक्त) में किया जाता है | हम यह टेस्ट करने के लिए 51 भारतीय भोजन पदार्थ और 201 अंतरराष्ट्रीय भोजन पदार्थ जो कि भारत से बाहर रहने वाले विदेशी मरीज खाते हैं का उपयोग करते हैं |

7 ऊपर के संयोजन के लिए एक आदर्श जोड़ी बनाता है और हमारे सलाहकार एलर्जी विशेषज्ञ डॉ. एस जेड़ जाफ़री द्वारा निर्णय लिया.

त्वचा एलर्जी परीक्षण:
दुनिया भर में परीक्षण की एक प्रथम मानक पद्धति है, यह एक जल्दी, लगभग दर्द मुक्त, पुनः प्रतिलिपि प्रस्तुत करने योग्य, और इतिहास के साथ अच्छी तरह से उपयोग होने वाली परीक्षण हैं इसमे लगभग 1 घंटे का समय लगता है इसे विश्व एलर्जी संगठन ने समर्थन किया है जैसे यूरोपीय एलर्जी के अध्ययन की विज्ञान अकादमी और क्लीनिकल इम्यूनोलॉजी, अमेरिकन एकेडमी ऑफ एलर्जी अस्थमा और इम्यूनोलॉजी, अमरीका.

एलर्जी टेस्ट करवाने के लिए खुद को तैयार कैसे करू ?

एलर्जी परीक्षण के लिए दिशा निर्देश

•   3 दिन पहले एंटीथिस्टेमाइंस और स्टेरॉयड बंद करो
•   ढीले कपड़े पहनें
•   बीटा ब्लॉकर्स दवाओं से बचें
•   किसी भी दवा की प्रतिक्रिया या एलर्जी के अपने इतिहास को बताएँ.
•   ऐसी महिलाएँ जो 'इस्लामी पर्दा प्रणाली' का पालन करती है उनकी विशिष्ट    आवश्यकताओं के लिए उन्हें अग्रिम सूचित करना चाहिए ताकि उनके लिए    महिला कर्मचारी की व्यवस्था हो सके |